रेल मंत्री से हो नहीं रहा है। पटरी और गाड़ी पर ध्यान देना चाहिए
झारखंड के चक्रधरपुर में सोमवार रात को एक नहीं, बल्कि 2 हादसे हुए। चक्रधरपुर रेल मंडल के बड़ाबंबू और राजखरसावां स्टेशन के बीच पोल संख्या 299/3 के पास ई/एन/जेबीसीटी मालगाड़ी डाउन लाइन से बेपटरी हो गई थी।
इसी बीच अप रेल लाइन पर तेज गति से आ रही हावड़ा मुंबई मेल का इंजन बेपटरी हुई मालगाड़ी के वैगन से टकरा गया। इस कारण मुंबई मेल का इंजन और एसी-स्लीपर मिलाकर करीब 20 डिब्बे बेपटरी हो गए। कुछ डिब्बे तो एक दूसरे पर चढ़ गए,।
रेल मंत्री से हो नहीं रहा है। पटरी और गाड़ी पर ध्यान देना चाहिए तो रेलवे स्टेशन का एनिमेशन ट्वीट करने लग जाते हैं
। अमृत भारत स्टेशन। पटरी पर प्राण का पता नहीं, स्टेशन अमृत बना रहे हैं।
कृपा मिले तो ऐसी मिले जो वैष्णव जी को मिली है। अश्विनी वैष्णव से कोई इस्तीफ़ा न माँगे। समय
बर्बाद होगा। उससे अच्छा है आप उतनी देर में पैदल अपने गाँव पहुँच जाएँगे।
अभी सारे मंत्री विज़न 2047 देख रहे हैं। आज कल वंदे भारत का उद्घाटन भी नहीं हो रहा है । उससे कम से कम यह तो पता चलता था कि रेल मंत्री नहीं हैं। जो भी हैं प्रधानमंत्री हैं।
झारखंड : हावड़ा-मुंबई मेल एक्सप्रेस (12810) ट्रेन की सारी बोगियां पटरी से उतर गईं
अश्विनी वैष्णव के रेल मंत्री रहते हुए बड़े रेल हादसे
इन हादसों में 300 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है, हजारों घायल हुए हैं।
इस समय रेल मंत्रालय,भारतीय रेलवे, अश्विनी वैष्णव सभी के निशाने पर हैं। कहने को उन्होंने 2021 से ही कार्यभार संभाला है, लेकिन तीन सालों में भी पांच ऐसे बड़े रेल हादसे हो गए हैं जिन्होंने तमाम दावों को खोखला साबित कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के गोंडा में बड़ा रेल हादसा हुआ है, चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के 8 डिब्बे पटरी से उतरने की वजह से अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। अब इस हादसे की जांच के आदेश जारी हो गए हैं, हर एंगल से तफ्तीश की जा रही है। साजिश वाले पहलू को भी नजरअंदाज नहीं किया जा रहा है क्योंकि लोको पायलट कह चुका है- तेज धमाके की आवाज आई थी। अब यह हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन इससे ज्यादा चिंता बढ़ाने वाला है। जो रेल इतनी तरक्की कर रहा है, जब बुलेट ट्रेन के सपने देखे जा रहे हैं, तब इस तरह के हादसे कई गंभीर सवाल खड़े कर देते