शरीर को स्वस्थ और पौष्टिक रखने, बीमारियों से बचे रहने के लिए आहार की पौष्टिकता का ध्यान रखना सबसे आवश्यक माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, इसके लिए जरूरी है कि आहार में फलों-सब्जियों की भरपूर मात्रा सुनिश्चित की जाए। मौसमी फलों-सब्जियों में कई प्रकार के पोषक तत्वों के साथ जरूरी एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं जो आपको गंभीर और क्रोनिक बीमारियों से बचाने में मददगार हैं।
पपीता ऐसा ही अति लाभकारी फल है, जिसका नियमित सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। अध्ययनकर्ताओं ने बताया, पपीते में ऐसे शक्तिशाली यौगिक और पोषक तत्वों की श्रृंखला होती है जो आपको गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रखने में मददगार हो सकती है।
बाजार में आसानी से और कम दाम में मिलने वाले इस फल के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं, आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं?
पपीते में लाभकारी गुण
पपीते में एंटीऑक्सीडेंट और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व, पपेन जैसे जरूरी एंजाइम होते हैं जिसे शरीर के लिए कई प्रकार से लाभकारी माना जाता है। हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर और अन्य क्रोनिक बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए इस फल के सेवन को फायदेमंद पाया गया है। कई अध्ययन बताते हैं, नियमित रूप से पपीता खाने से कई प्रकार के कैंसर के खिलाफ सुरक्षात्मक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
कैंसर रोधी गुणों से भरपूर फल
पपीते को जिन बीमारियों से बचाव के लिए सबसे लाभकारी माना जाता है, कैंसर उसमें प्रमुख है। लाइकोपीन, जेक्सैंथिन और ल्यूटिन जैसे एंटी-कैंसर गुणों वाला ये फल आपको गंभीर प्रकार के कैंसर से सुरक्षित रखने में मददगार हो सकता है।
साल 2022 में किए गए अध्ययनों की समीक्षा में पाया गया कि कैंसर लाइकोपीन से भरपूर होता है जो प्रोस्टेट कैंसर के खिलाफ काफी लाभकारी प्रभावों वाला माना जाता है। हालांकि, शोधकर्ताओं ने उल्लेख किया कि इसकी अनुशंसित खुराक निर्धारित करने के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है।
गैस्ट्रिक और प्रोस्टेट कैंसर में लाभकारी
पपीते को लेकर किए गए अन्य अध्ययनों में भी इसके एंटी-कैंसर गुणों को लेकर चर्चा की गई है। साल 2020 के अध्ययन से पता चलता है कि पपीते में जेक्सैंथिन नामक यौगिक पाया जाता है जो गैस्ट्रिक कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने और कैंसर कोशिकाओं को कम करने में लाभकारी हो सकता है। स्तन कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को धीमा करने में भी इसके लाभ देखे गए हैं।
कैंसर के अलावा पपीते के नियमित सेवन से हृदय रोगों के कारकों को भी कम करने में लाभ पाया जा सकता है।
अध्ययनों से पता चलता है कि पोटैशियम के सेवन में वृद्धि और सोडियम के सेवन में कमी सबसे महत्वपूर्ण आहार परिवर्तन है जो हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए फायदेमंद है।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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