भारत-पाक तनाव: युद्ध की आहट या नियंत्रित संघर्ष? हाल के महीनों की पूरी कहानी न्यूज़ : भारत-पाक तनाव और युद्ध की स्थिति - विस्तृत विश्लेषण
भारत-पाक तनाव: युद्ध की आहट या नियंत्रित संघर्ष? हाल के महीनों की पूरी कहानी न्यूज़ : भारत-पाक तनाव और युद्ध की स्थिति - विस्तृत विश्लेषण
पिछले कुछ महीनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। कश्मीर में आतंकी हमलों, सीमा पर गोलीबारी, और सैन्य कार्रवाइयों ने दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंकाओं को बढ़ा दिया है। हाल के घटनाक्रम, विशेष रूप से पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर, ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है। आइए, इस तनाव की पूरी कहानी और वर्तमान स्थिति को विस्तार से समझते हैं।
पृष्ठभूमि: ऐतिहासिक तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की जड़ें 1947 के विभाजन में निहित हैं। तब से दोनों देश चार बड़े युद्ध (1947-48, 1965, 1971, 1999) और कई छोटे-बड़े सैन्य संघर्षों का सामना कर चुके हैं। कश्मीर विवाद इन तनावों का प्रमुख कारण रहा है, जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और नियंत्रण रेखा (LoC) पर अक्सर गोलीबारी होती रहती है। हाल के वर्षों में आतंकवाद और सीमा पार घुसपैठ ने स्थिति को और जटिल बनाया है।
हाल के महीनों की प्रमुख घटनाएं
1. पहलगाम आतंकी हमला (अप्रैल 2025)
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक आतंकी हमले में कई लोग हताहत हुए। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों ने ली, जिसे भारत ने पाकिस्तान समर्थित बताया। इस घटना ने भारत में आक्रोश पैदा किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्त जवाबी कार्रवाई का संकेत दिया। पाकिस्तानी मीडिया ने इसे भारत के खिलाफ प्रचार के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन भारत ने इसे आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति का आधार बनाया।
2. ऑपरेशन सिंदूर (मई 2025)
7 मई 2025 को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और PoK में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। इन हमलों में मुरिदके और बहावलपुर जैसे क्षेत्रों को निशाना बनाया गया। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इसे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह ने इस कार्रवाई की सराहना की, जबकि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वैश्विक समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की अपील की।
पाकिस्तान ने इन हमलों को "आक्रामक" करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने परमाणु हथियारों का जिक्र किया, लेकिन अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते पाकिस्तान की बयानबाजी कमजोर पड़ती दिखी।
3. ड्रोन हमले और सीमा पर तनाव
मई 2025 में बारामुल्ला से भुज तक नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 26 स्थानों पर संदिग्ध सशस्त्र ड्रोन देखे गए। इनमें से कई ड्रोन को भारतीय सेना ने निष्क्रिय कर दिया। पंजाब के फिरोजपुर में एक ड्रोन हमले में एक परिवार घायल हुआ। भारत ने इन हमलों को पाकिस्तान प्रायोजित बताया, जबकि पाकिस्तान ने इसे "झूठा प्रचार" करार दिया।
4. युद्धविराम और उल्लंघन
10 मई 2025 को दोनों देशों ने संघर्षविराम की घोषणा की, लेकिन उसी रात पाकिस्तान ने गोलीबारी करके इसका उल्लंघन किया। भारत ने सख्त चेतावनी दी कि ऐसी हरकतों को युद्ध के रूप में देखा जाएगा। 11 मई की सुबह तक सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति सामान्य बताई गई, लेकिन तनाव बरकरार रहा।
5. पाकिस्तानी वायुसेना पर हमले
भारत ने मई 2025 में पाकिस्तान के नूर खान, रफीकी, और शाहबाज वायुसेना ठिकानों पर हमले किए, जिससे पाकिस्तानी वायुसेना को भारी नुकसान हुआ। भारतीय सेना के सूत्रों ने दावा किया कि इन हमलों ने पाकिस्तान को "उसकी औकात" दिखा दी। पाकिस्तान ने इन हमलों को अतिरंजित बताते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी, लेकिन उसकी सैन्य स्थिति कमजोर दिखी।
अमेरिका: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्धविराम का स्वागत किया और कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश की। व्हाइट हाउस ने कहा कि विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार इस मुद्दे पर काम कर रहे हैं।
रूस: रूस ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की अपील की और भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को दोहराया।
चीन: चीन ने पाकिस्तान को समर्थन देने की बात कही, लेकिन उसकी टिप्पणियां सतर्क थीं।
IMF और आर्थिक दबाव: भारत ने IMF द्वारा पाकिस्तान को दी गई 10.21 करोड़ डॉलर की सहायता का विरोध किया, जिससे पाकिस्तान की आर्थिक मुश्किलें और बढ़ीं।
भारत: ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षा क्षेत्र के शेयरों, जैसे भारत डायनेमिक्स, में तेजी देखी गई। हालांकि, शेयर बाजार में अस्थिरता बनी रही। सोने-चांदी की कीमतें भी बढ़ीं।
पाकिस्तान: पाकिस्तानी शेयर बाजार में भारी गिरावट आई, जिसमें 7000 अंकों की कमी दर्ज की गई। देश पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
सोशल मीडिया: दोनों देशों में सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो और प्रचार तेजी से फैले। भारत ने मीडिया को सैन्य गतिविधियों पर संयम बरतने की सलाह दी।
11 मई 2025 तक, दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। भारत ने साफ कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति पर अडिग रहेगा। पाकिस्तान की सैन्य और आर्थिक कमजोरी ने उसे बैकफुट पर ला दिया है, लेकिन वह प्रचार और ड्रोन जैसे असममित युद्ध के तरीकों का सहारा ले रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह तनाव पूर्ण युद्ध में तब्दील होने की संभावना कम है, क्योंकि दोनों देश परमाणु शक्ति संपन्न हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्ध को रोकने के लिए सक्रिय है। हालांकि, सीमा पर छोटे-मोटे संघर्ष और आतंकी गतिविधियां जारी रह सकती हैं।
भारत-पाक तनाव एक बार फिर वैश्विक सुर्खियों में है। ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले ने भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को मजबूत किया है, लेकिन पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाइयों ने स्थिति को जटिल बनाए रखा है। दोनों देशों को कूटनीतिक और सैन्य संतुलन बनाए रखने की जरूरत है ताकि युद्ध की आशंकाओं को टाला जा सके।
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